रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में नए वर्ष में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंत्रिमंडल विस्तार में नए विधायकों को शामिल किया जा सकता है। हरियाणा मॉडल की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्रियों का प्रस्ताव है, जिससे साय मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरे शामिल हो सकते हैं। वर्तमान में मंत्रिमंडल में 11 मंत्री हैं। इसके साथ ही, सरकार 33 निगम-मंडलों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति करेगी।
कांग्रेस में भी बड़े बदलाव की संभावना है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का कांग्रेस में विलय लगभग तय माना जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी द्वारा स्थापित यह पार्टी 2023 के विधानसभा चुनाव में असफल रही। कांग्रेस संगठन में खाली पड़े पदों पर नियुक्तियां होंगी। महासचिव, सचिव और जिला अध्यक्षों के पदों पर नए चेहरे आ सकते हैं। कई जिलों में शहरी और ग्रामीण अध्यक्ष भी बदले जाएंगे।
नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रदेश के 14 नगर निगमों में से 10 में चुनाव होंगे। इनमें रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, अंबिकापुर, चिरमिरी, राजनांदगांव, जगदलपुर, रायगढ़ और धमतरी शामिल हैं। पहली बार चुनाव न होने की स्थिति में प्रशासकों की नियुक्ति की जाएगी। पंचायत चुनावों में नए सरपंच भी चुने जाएंगे।
इन परिवर्तनों के साथ, छत्तीसगढ़ की राजनीति में नए समीकरण बनेंगे। विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच संघर्ष तेज होने की संभावना है।