रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को एकसाथ कराने की योजना पर विचार हो रहा है। आईएएस ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने इस प्रस्ताव की अनुशंसा की है। कमेटी का मुख्य उद्देश्य चुनाव एकसाथ कराकर समय और धन की बचत करना है, जो “वन नेशन, वन इलेक्शन” की अवधारणा के अनुरूप है। हालाँकि, अंतिम निर्णय राज्य सरकार को लेना है।
दोनों चुनावों की घोषणा एकसाथ होगी, लेकिन नामांकन और मतदान की तिथियां अलग-अलग रहेंगी। मतगणना एकसाथ की जाएगी। इस कदम से चुनावों के दौरान विकास कार्यों में आने वाली रुकावटों को कम करने की उम्मीद है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से यह मुद्दा गरम हो गया है। कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने का आरोप लगाया है, जबकि भाजपा इसे धन और समय की बचत के रूप में देख रही है। कांग्रेस नेता शिव डहरिया ने इस कदम को अव्यवहारिक बताया है, जबकि भाजपा के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इसे सकारात्मक बताया है।
प्रदेश में कुल 184 नगरीय निकाय हैं, जिनमें 14 नगर निगम, 48 नगर पालिका परिषद, और 122 नगर पंचायतें शामिल हैं।