रायपुर में इस वर्ष विजयदशमी (दशहरा) का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है और रावण के पुतले के दहन के साथ इसे हर साल मनाया जाता है। इस बार प्रमुख आकर्षण बड़े-बड़े रावण के पुतले होंगे, जिन्हें विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया गया है।
शस्त्र पूजन और रावण दहन का कार्यक्रम
दशहरे के दिन सुबह से ही मंदिरों में शस्त्र पूजन का आयोजन होगा, जिसमें लोग अपने शस्त्रों की पूजा करेंगे। शाम को रावण के पुतले का दहन होगा, जहां लोग रावण के प्रतीकात्मक जलाने के माध्यम से बुराई का अंत करने का जश्न मनाएंगे।
डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में सबसे बड़ा उत्सव
प्रदेश का सबसे बड़ा दशहरा उत्सव रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी में आयोजित किया जाएगा, जहां इस बार 101 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है। इस विशाल आयोजन में मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे और रावण, मेघनाद, और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाएगा। यह आयोजन धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों रूपों में विशेष महत्व रखता है।
रामसेना का उद्घाटन और रावणभाठा मैदान का कार्यक्रम
दूधाधारी मठ से बालाजी की पालकी निकाली जाएगी, जिसमें श्रीराम की सेना रावणभाठा मैदान पहुंचेगी। यहां 65 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। यह आयोजन रामलीला और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ मनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ नगर और अन्य क्षेत्रीय उत्सव
छत्तीसगढ़ नगर में 60 फीट का रावण और 35-35 फीट के कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन होगा। शहर के अन्य प्रमुख क्षेत्रों जैसे सप्रे शाला, सरजूबांधा तालाब, चौबे कालोनी, बीटीआई ग्राउंड शंकर नगर, और पंडरी में भी रावण दहन की भव्य तैयारी की जा रही है।