भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में ‘सूर्य मित्र कृषि फीडर योजना’ समिट को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने जर्मन संस्था जेआईजेड के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बर्नार्ड क्रूजबर को तकनीकी सहयोग के लिए सम्मानित किया।
सीएम ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश को 2030 तक 500 गीगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है और मध्यप्रदेश इसमें शत-प्रतिशत योगदान देगा। उन्होंने बताया कि समिट में देश-प्रदेश के 350 से अधिक निवेशकों की भागीदारी रही, जिससे 20 हजार करोड़ से अधिक के निवेश की संभावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सोलर और पवन ऊर्जा का बड़े स्तर पर उत्पादन हो रहा है। रीवा, नीमच और महेश्वर जैसे प्रोजेक्ट इसकी मिसाल हैं। नई दिल्ली की मेट्रो तक मध्यप्रदेश की सौर ऊर्जा से चल रही है। उन्होंने कहा कि राज्य की 9300 मेगावॉट से अधिक की नवकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं संचालित हैं और 2025 तक सभी शासकीय भवनों पर सोलर रूफटॉप लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आगामी तीन वर्षों में 32 लाख सोलर पंप कनेक्शन लगाए जाएंगे, जिससे किसानों को बिजली बिल से राहत मिलेगी। समिट में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला ने इसे प्रधानमंत्री के सौर ऊर्जा स्वप्न की दिशा में एक मजबूत कदम बताया।