रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा में पहली बार ड्रोन से बीज एवं पौधारोपण किया गया है और इसकी शुरुआत वन विभाग ने रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान क्षेत्र के भलुहा पहाड़ी तथा गंगेव क्षेत्र के हिनौती में की गई है। जंहा ड्रोन से पौध एवं बीज रोपण किया गया है। वन अधिकारी के मुताबिक यह प्रयोग सफल रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ड्रोन से पौधे एवं बीज रोपण के काम को और विस्तारित रूप दिया जाएगा, क्योंकि प्रयोग सफल रहा और इसे न सिर्फ रीवा में बल्कि संभावना है कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी अपनाया जा सकता है।
अधिकारियों का कहना है कि मध्य प्रदेश में अभी तक इस तकनीक से पौध एवं बीज रोपण का काम नहीं किया जा रहा था, यह तकनीक राजस्थान एवं अन्य राज्यों में अपनाई जा रही थी। एमपी के रीवा में पहली बार इस तकनीक का उपयोग किया जा रहा।
दुर्गम एवं पहाड़ी क्षेत्रों में होगी हरियाली
ड्रोन से बीज रोपण एवं पौधारोपण ऐसे क्षेत्रों में किया जा सकेगा जहां बीज रोपण के लिए एवं पौधारोपण के लिए पहुंचना संभव नहीं होगा, वहां ड्रोन के माध्यम से वन विभाग बीजरोपण करेगा और इसके लिए पहाड़ी एवं दुर्गम क्षेत्र में इस तकनीक को अपनाया जाएगा।
इतना ही नही गायों को हरी घास मिल सकें इसके लिए गौ अभ्यारण क्षेत्रों के वन भूमि में ड्रोन से घास का बीज रोपड़ वन विभाग करने की तैयारी कर रहा है। तो वही वन एंव पथरीली क्षेत्र में नीम आदि ऐसे पौधों का बीज रोपड़ किया जाएगा। जिससे रीवा समेत विंध्य की धरा में हरियाली होगी तो वहीं इससे पर्यावरण सुधार की दिशा में एक बेहतर पहल मानी जा रही है।