लखनऊ। लेबनान में हिज़बुल्ला प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या का असर भारत में देखने को मिल रहा है। कश्मीर के बाद उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रविवार को हुसैनाबाद फूड स्ट्रीट पूरी तरह बंद रही। हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए और छोटे इमामबाड़े से लेकर बड़े इमामबाड़े तक जाम लग गया। इस दौरान लोगों ने इज़राइल और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी की । पुरुष, महिलाएं और बच्चे मोमबत्तियों और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में विरोध जुलूस निकालते नजर आए। शाम को छोटे इमामबाड़े से शुरू हुआ जुलूस सतखंडा के पास पुलिस द्वारा रोका गया, लेकिन भीड़ ने इसे नजरअंदाज कर बड़े इमामबाड़े तक जाकर समाप्त किया।
वहीं लेबनान में हिजबुल्ला संगठन के प्रमुख सैयद हसन नसरल्लाह की हत्या के विरोध में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने रविवार को तीन दिन का मातम घोषित किया है। उन्होंने कहा कि एक नसरल्लाह शहीद हुए हैं कई नसरल्लाह पैदा होंगे। शाम पांच बजे से ही छोटे इमामबाड़े पर लोग जुटने लगे थे। शाम ढलने के साथ ही सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंच चुके थे। जैसे ही छोटे इमामबाड़े से इजरायल-अमेरिका मुर्दाबाद और सैयद हसन नसरल्लाह अमर रहें के नारों के साथ मोमबत्ती और मोबाइल की टार्च लाइट के साथ जुलूस निकला तो आसपास के क्षेत्रों से अन्य लोग जुड़ते गए। शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक अजादारी रोड पर यातायात बंद रहा, केवल प्रदर्शनकारी सड़कों पर मौजूद थे।
इस दौरान शिया उलेमाओं ने सैयद हसन नसरल्लाह की शहादत पर शोक व्यक्त किया और इजरायल और अमेरिका के विरोध में नारे लगाए। इस दौरान विरोध जताने के लिए बड़े इमामबाड़े पर इजरायल का झंडा और राष्ट्रपति नेतन्याहू की तस्वीर जमीन पर रखी गई और लोगों ने उसे पैरों से कुचला।