नई दिल्ली। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीआईडी) बोर्ड के नए अध्यक्ष बी.आर. नायडू ने पदभार संभालते ही बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि तिरुमाला मंदिर में काम करने वाला हर व्यक्ति हिंदू होना चाहिए, और यह उनकी पहली प्राथमिकता होगी। नायडू ने स्पष्ट किया कि इस दिशा में कई चुनौतियां हैं, जिन पर गौर किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि अन्य धर्मों से जुड़े कर्मचारियों के भविष्य को लेकर जल्द ही आंध्र प्रदेश सरकार निर्णय लेगी। सरकार कर्मचारियों को सैश्चिक अवकाश योजना (वीआरएस) देने या उन्हें अन्य विभागों में स्थानांतरित करने की संभावना पर विचार कर रही है।
टीटीआईडी के लिए हाल ही में नया 24 सदस्यीय बोर्ड बनाया गया है, जिसमें भारत बायोटेक की सह-संस्थापक सुचित्रा एला भी शामिल हैं। बी.आर. नायडू ने इस अवसर पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और अन्य नेताओं का आभार जताया है।
नायडू ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के कार्यकाल के दौरान मंदिर में पवित्रता और लड्डू प्रसादम की शुद्धता को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि उस समय प्रसादम में पशु वसा का इस्तेमाल किया गया था, जिसे लेकर अब सुप्रीम कोर्ट में विशेष जांच दल की निगरानी में केस चल रहा है।