नई दिल्ली। तिरुपति बालाजी के प्रसादम लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाये जाने की रिपोर्ट आने के बाद हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण इस जघन्य अपराध के लिए प्रायश्चित करने का ऐलान किया है। इस प्रायश्चित के लिए पवन कल्याण गुंटूर जिले के नंबूर में श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में 22 सितंबर से 11 दिवसीय ‘प्रायश्चित्त दीक्षा’ लेंगे। पवन ने तिरुपति मंदिर के प्रसादम के कथित अपमान पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और प्रायश्चित करने का निश्चय किया है। उन्होंने कहा कि वह पूर्ववर्ती जगन मोहन रेड्डी की सरकार के दौरान हुई इस घटना से वह आहत महसूस कर रहे हैं.।
पवन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा इसमें उन्होंने लिखा कि हमारी हमारी संस्कृति, आस्था, विश्वास और श्रद्धा की धर्मधुरी, श्री तिरुपति बालाजी धाम के प्रसाद में, कुत्सित प्रयासों के तहत, जो अपवित्रता का, संचार करने की कोशिश की गई, उससे मैं व्यक्तिगत स्तर पर, अत्यंत मर्माहत हूँ, और सच कहूं तो, अंदर से अत्यंत छला गया, महसूस कर रहा हूँ। प्रभु वेंकटेश्वर से, मेरी प्रार्थना है कि, इस दुःख के क्षण में हमें, और समस्त सनातनियों को, अपनी अहैतुकी कृपा से, सबलता प्रदान करें। मैं अभी इसी क्षण, भगवन से क्षमा प्रार्थी हो, प्रायश्चित दीक्षा हेतु, प्रण सिद्ध कर रहा हूँ, और ग्यारह दिवसीय उपवास हेतु, धर्म संकल्पित हो रहा हूँ। ग्यारह दिवसीय, प्रायश्चित दीक्षा, के उत्तरार्ध में, एक और दो अक्टूबर को, मैं तिरुपति जाकर, प्रभु के साक्षात दर्शन कर, क्षमा प्रार्थी हो, विनती करूंगा और तब, भगवन के समक्ष, मेरे प्रायश्चित दीक्षा की, पूर्णाहूति होगी।
इससे पहले पवन कल्याण ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘सनातन धर्म रक्षण बोर्ड’ के गठन की आवश्यकता पर जोर दिया था। आपको बता दें कि अभी हाल ही में आंद्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने नायडू हाल ही में दावा किया कि एक रिपोर्ट में पता चला है कि लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिला है।