भोपाल। इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र में शुक्रवार को पटाखा फोड़ने की मामूली बात को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपित नदीम, शानू, सलमान, और फैजल को गिरफ्तार कर लिया। सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया साक्ष्य, और रहवासियों के बयान के आधार पर पुलिस ने कुल 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। शनिवार को इलाके में पुलिस का सख्त पहरा रहा, और गोवर्धन पूजा के दौरान हिंदू परिवारों ने पुलिस सुरक्षा में पूजा संपन्न की।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह शुक्रवार रात डेढ़ बजे छत्रीपुरा थाने पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। डीसीपी जोन-चार ऋषिकेश मीना के अनुसार, बच्चों के बीच की छोटी कहासुनी को कुछ असामाजिक तत्वों ने बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की। सभी आरोपित उसी क्षेत्र के निवासी हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि दीपावली के दौरान बच्चों और उनके परिवारों को पटाखे जलाने से रोकना कानून व्यवस्था का उल्लंघन है, जिसे सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी धर्मों के लिए सरकार समान रूप से खड़ी है, लेकिन किसी को त्योहार मनाने से रोकना अस्वीकार्य है।
इसके अलावा, शनिवार को एकलव्य सिंह गौड़ ने रविदासपुरा में जाकर हिंदू परिवारों से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया। घटना में नौ लोगों को पथराव के कारण चोटें आईं हैं, और एक गर्भवती महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसे कथित तौर पर आरोपितों में से एक ने लात मारी थी।