भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और गुजरात एटीएस ने एक बंद पड़ी फैक्ट्री पर छापेमारी कर 907 किलो एमडी ड्रग (मेफेड्रोन) और इसका कच्चा माल जब्त किया है। जब्त ड्रग की कुल कीमत लगभग 1814 करोड़ रुपये आंकी गई है। आरोपियों ने प्रतिदिन करीब 25 किलो ड्रग का निर्माण कर रहे थे। ड्रग बनाने के उपकरण जैसे मिक्सर, ग्राइंडर, हीटर आदि भी जब्त किए गए हैं, और फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।
गुजरात एटीएस के डीएसपी एसएल चौधरी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में दो आरोपी—महाराष्ट्र निवासी सान्याल बाने और भोपाल के अमित प्रकाश चतुर्वेदी—गिरफ्तार हुए हैं। आरोपियों का आपराधिक इतिहास रहा है। आरोपी सान्याल 2017 में एमडी ड्रग के साथ गिरफ्तार हुआ था जिसे 5 साल की सजा हुई थी। । जेल से छूटने के बाद उसने अपने पुराने साथी अमित के साथ फिर से ड्रग बनाने का काम शुरू किया।
यह फैक्ट्री भोपाल के भरत नगर निवासी एके सिंह की थी, जिसे सात महीने पहले बंद कर दिया गया था। बाद में सान्याल और अमित ने इसे किराए पर लेकर ड्रग निर्माण का कारोबार शुरू कर दिया।
इस कार्रवाई में गुजरात एटीएस को भोपाल पुलिस का भी समर्थन मिला। कांग्रेस ने इस मामले पर राज्य सरकार की निंदा करते हुए सवाल उठाए कि अगर राजधानी भोपाल में ड्रग फैक्ट्री चल रही थी, तो मुख्यमंत्री और गृह मंत्री क्या कर रहे थे।
पुलिस ने अब तक इस अभियान के तहत करीब 55 मादक पदार्थ तस्करों पर कार्रवाई की है और 13 करोड़ रुपये की मादक दवाएं जब्त की हैं।