उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थापित भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों में एक बाबा महाकाल को अब भक्त जलाभिषेक भी कर सकेंगे। इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति व्यवस्था बना रहा है। जिसके तहत मंदिर पहुंचने वाले भक्तों को अब सावन पर्व के बाद कार्तिक मंडपम व सभा मंडपम में प्रवेश मिलेगा। यंहा से भक्त भगवान को जल अर्पित कर सकेंगे।
ऐसे अर्पित होगा जल
मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भगवान को जल अर्पित करने के लिए मंदिर के सभा मंडप व कार्तिकेय मंडप में जल पत्रों की व्यवस्था की गई है। जानकारी के तहत जल पत्रों में भक्तों के द्वारा जो जल अर्पित किया जाएगा वह सीधे भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग को जल पहुंचेगा और भोलेनाथ का जलाभिषेक हो सकेगा। बताया जाता है कि जल पत्रों में अर्पित जल पाइप के द्वारा मंदिर में लगे अभिषेक पात्र के माध्यम से भगवान महाकाल को समर्पित होगा। मीडिया खबरों के तहत भगवान महाकाल को जल अभिषेक के लिए समिति द्वारा सुबह 6 से शाम 5ः00 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। मंदिर प्रबंध समिति लोटा और जल की व्यवस्था खुद करेंगी और भगवान भक्त जलाभिषेक कर सकेंगे।
ठंडे पानी की लगाई गई है जलधारा
ज्ञात हो कि गर्मी बढ़ने के साथ ही बैशाख और ज्येष्ठ मास में मंदिर प्रबंध समिति द्वारा भगवान भोलेनाथ के लिए ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है और मिट्टी के बर्तन से अविरल ठंडा पानी भगवान महाकाल तक पहुंच रहा है, ज्ञात हो कि भगवान भोलेनाथ मैं काफी तेज होता है यही वजह है कि महाकाल प्रबंध समिति महाकाल के लिए ठंडा पानी की अविरल धारा की व्यवस्था किया हैं।