रायपुर। सीजीपीएससी भर्ती घोटाले में सीबीआई ने पीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक को राजनांदगांव से हिरासत में लिया है। रविवार को उनकी गिरफ्तारी की संभावना जताई गई, लेकिन कागजी प्रक्रिया पूरी न होने के कारण यह आधिकारिक रूप से नहीं हो पाई। अब कहा जा रहा है कि सोमवार को उन्हें सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस मामले में पहले भी सीबीआई ने 18 नवंबर 2024 को पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और ‘बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि गोयल ने टामन सिंह सोनवानी की पत्नी के एनजीओ के माध्यम से 46 लाख रुपये रिश्वत के रूप में दिए। इसमें 20 और 25 लाख की दो किस्तों में भुगतान किया गया था।
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब 2021 की भर्ती परीक्षा में संदिग्ध परिणाम सामने आए। डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित 15 अभ्यर्थियों में शशांक गोयल और उनकी पत्नी भूमिका कटियार को क्रमशः तीसरी और चौथी रैंक मिली। भाजपा और अन्य अभ्यर्थियों ने इन परिणामों पर सवाल उठाते हुए जांच की मांग की थी।
सीबीआई को जांच में यह पता चला कि रिश्वत के पैसे ग्रामीण विकास समिति के खाते में डाले गए थे। समिति में सोनवानी के रिश्तेदार शामिल थे। सीबीआई ने आरती वासनिक के खिलाफ भी सबूत जुटाए हैं और हाल ही में उनके घर छापा मारकर दस्तावेज जब्त किए। इस पूरे मामले में कई बड़े नाम जुड़े होने के कारण जांच में तेजी लाई जा रही है।