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छत्तीसगढ़: बेटे के सामने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या, नक्सली धमकियों का शक

By Harshit Shukla

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सल गतिविधियों का सिलसिला जारी है। जिले के तिम्मापुर गांव में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, लक्ष्मी पद्दम, की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अज्ञात हमलावरों ने उनके घर में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया। घटना के वक्त लक्ष्मी अपने बेटे के साथ घर पर थीं। पहले से मिल रही धमकियों के चलते इस हमले के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।

11 लाख के इनामी पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण


इसी बीच, बीजापुर से सकारात्मक खबर भी आई है। जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 11 लाख के इनामी पांच नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें संतू कोड़मे, पायकू पूनेम, गुड्डू हपका, सोमारू माड़वी और भीमा कश्यप शामिल हैं। ये सभी नक्सली गंगालूर और अन्य क्षेत्रों में सक्रिय थे और पुलिस पर हमला, सड़क खोदने, आईईडी लगाने जैसी वारदातों को अंजाम देते थे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है।

सुरक्षा बलों ने नक्सली हमला नाकाम किया

नक्सलियों के इस हमले के पीछे दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की बौखलाहट मानी जा रही है। हाल के दिनों में सुरक्षा बलों ने कोंडापल्ली, जीड़पल्ली-1 और जीड़पल्ली-2 में नए कैंप स्थापित कर नक्सलियों के गढ़ को कमजोर कर दिया है। इसके चलते नक्सली हिंसात्मक प्रतिक्रिया देने पर मजबूर हो रहे हैं।

नक्सल विरोधी अभियान में तेजी

बीजापुर जिले में नक्सलियों के प्रभाव को खत्म करने के लिए प्रशासन और सुरक्षा बल लगातार प्रयासरत हैं। नई रणनीतियों और सुरक्षा कैंपों की स्थापना के जरिए नक्सलियों के गढ़ को कमजोर किया जा रहा है। आने वाले दिनों में अभियान को और तेज करने की योजना है।

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