रायपुर। कांकेर जिले केमाड़ डिवीजन में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुए एनकाउंटर में जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की है। दोनों दालों के बीच अब मुठभेड़ समाप्त हो चुकी लेकिन सर्च अभियान अभी भी जारी है। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 5 मोस्ट वांटेड इनामी नक्सलियों को मार गिराया है। मारे गए सभी नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम रखा गया था, जिससे उनकी कुल इनामी राशि 40 लाख रुपये थी। शनिवार से शुरू हुए इस ऑपरेशन में डीआरजी, कोबरा बटालियन, बस्तर फाइटर्स, बीएसएफ और एसटीएफ की टीम ने हिस्सा लिया। लगभग 1440 जवानों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
मारे गए नक्सलियों में दो महिलाएं और तीन पुरुष शामिल थे। इनमें वनोजा मिचा कराम (42), जो डीवीसीएम कमांडर थी और इंसास रायफल रखती थी, संतोष कोरचामी (35) डिवीजन स्टॉप टीम में पीएम पद पर था, मनेष ऊर्फ काजू सैनू पद्धा (35) कंपनी नंबर 10 का सदस्य था, सुरेश उर्फ नागेश गावड़े (30) डिवीजन में पीएम पद पर था, और पुनिता (21) एसबीएल हथियार के साथ सक्रिय थी। ये सभी नक्सली संगठन के महत्वपूर्ण सदस्य थे और लंबे समय से सुरक्षा बलों के निशाने पर थे।
मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के शवों के साथ-साथ उनके पास से अत्याधुनिक हथियार बरामद किए। इनमें एक बीजीएल लॉन्चर, एक एसएलआर, एक इंसास रायफल, और तीन 12 बोर की बंदूकें शामिल हैं। इस ऑपरेशन में दो जवान घायल हुए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए भेजा गया। पुलिस और फोर्स की संयुक्त कार्रवाई से माड़ क्षेत्र में नक्सलियों को भारी नुकसान पहुंचा है और इससे क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति मजबूत हुई है।