भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मेट्रो परियोजना का कार्य तेजी से प्रगति पर है। दूसरे चरण के तहत सुभाष नगर से करोंद तक के रूट में बाधाओं को हटाने का काम किया जा रहा है। आपको बता दें कि बोगदा पुल के आजाद नगर इलाके में पहले ही कच्चे निर्माणों को हटाया जा चुका है, जबकि पक्की दुकानों को हटाने के लिए दुकानदारों को दी गई 10 दिनों की मोहलत सोमवार को समाप्त हो गई। मंगलवार को जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने जेसीबी की मदद से मेट्रो के रास्ते में आ रही पक्की दुकानों को हटाने की कार्रवाई पूरी की।
मेट्रो का यह चरण कुल 8.77 किलोमीटर लंबा है, जिस पर 1540 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। मिट्टी की जांच और डिजाइन का काम पूरा हो चुका है, अब सिविल कार्य जल्दी शुरू करने के लिए बाधाओं को हटाने पर ध्यान दिया जा रहा है। सुभाष नगर से भारत टाकीज के बीच रास्ते में स्थित आरा मशीनों को भी हटाया जाना है।
भारत टाकीज से बरखेड़ी फाटक तक 108 आरा मशीनें हैं, जिनकी शिफ्टिंग का मामला 48 वर्षों से लंबित है। इनके लिए छोटा रातीबड़ में 18 एकड़ जमीन आवंटित की गई है, जहां सड़क, बिजली और पानी की सुविधाओं के लिए 5.5 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हालांकि, अब तक केवल टेंडर प्रक्रिया ही पूरी हो पाई है। अधिकारियों का कहना है कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग जल्द ही इन सुविधाओं को विकसित करेगा, जिसके बाद मेट्रो लाइन का निर्माण कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सकेगा।