नई दिल्ली। काफी समय से चल रहे पेंशन विवाद के बाद शनिवार को मोदी सरकार ने नई पेंशन स्कीम लागू कर दी है। इस पेंशन स्कीम से 23 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। नई पेंशन योजना को सरकार द्वारा यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) नाम दिया गया है। इस नई योजना के बाद नेशनल पेंशन स्कीम ग्राहकों के पास अब यूपीएस पर स्विच करने का ऑप्शन होगा। इससे रिटायर्मेंट के बाद सरकारी कर्मचारियों को पेंशन मिलेगी। चलिए समझते हैं कि यह नई योजना कैसे काम करेगी और कैसे, किन लोगों को फायदा होगा।
इस योजना को लागू करने का कारण:
आपको बता दें कि सरकारी कर्मचारियों के लिए करीब दो दशक पहले पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की जगह पर नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) की शुरुआत हुई थी। वर्ष 2004 में यह योजना लागू की गई। लेकिन एनपीएस से सरकारी कर्मचारी खुश नहीं थे। उन्हें वापस ओपीएस चाहिए था। इसलिए कई राज्यों ने एनपीएस हटाकर ओपीएस लागू कर दिया।
सोमनाथन समिति ने दिए सुझाव
सरकारी कर्मचारियों द्वारा लगातार पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग की जा रही थी। सरकार ने कर्मचारियों की मांग को देखते हुए एक समिति का गठन किया। फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन की अगुवाई में बने सोमनाथन समिति ने वैकल्पिक पेंशन योजना का सुझाव तैयार किया। जिसके बाद मोदी सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम यानी यूपीएस को पेश किया है।
किसको मिलेगा लाभ
यूपीएस का फायदा वही कर्मचारी उठा सकता है जो एनपीएस के लिए एलिजिबल था। इसका मतलब है कि 1अप्रैल 2004 के बाद नौकरी शुरू करने वाला हर सरकारी कर्मचारी यूनिफाइड पेंशन योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना का लाभ 1 अप्रैल 2025 से मिलना शुरू होगा। यूनिफाइड पेंशन योजना को तीन शब्दों ‘एश्योर्ड पेंशन, मिनिमम पेंशन, एश्योर्ड फैमिली पेंशन’ से परिभाषित किया जा सकता है।
क्या रिटायर कर्मचारियों को भी मिलेगा इस पेंशन योजना का लाभ ?
यह पेंशन योजना अगले वित्तीय वर्ष से शुरू होने जा रही है इसलिए इसका लाभ उससे पहले रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी मिलेगा। वर्ष 2004 के बाद नौकरी शुरू करने वाले सभी सरकारी कर्मचारी इसके लाभार्थी बन सकते हैं। भले ही वह रिटायर हो चुके हों यह अप्रैल 2025 से पहले रिटायर होने वाला हो।