भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अमरकंटक से निकलने वाली नर्मदा नदी उफान पर है, जिससे अनुपपूर, डिंडोरी और मंडला में जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। बरगी डैम पूरी तरह भर चुका है और तीन दिनों के भीतर इसके 17 गेट खोलने पड़े हैं। इससे जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम और सीहोर सहित कई जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
डिंडोरी, मंडला, शहडोल, उमरिया, श्योपुर और रायसेन जैसे जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। रायसेन के कई इलाकों में पानी ने पुल और सड़कों को पूरी तरह ढक लिया है। कुछ स्थानों पर तो सीसीटीवी में सड़क पर खड़ी गाड़ियाँ बहती नजर आईं। नरसिंहपुर में एक युवक सींगरी नदी में बह गया, वहीं साईखेड़ा और ककरा घाट जैसे इलाकों का संपर्क भी टूट गया है।
राज्य के कई बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। बैतूल के सतपुड़ा डैम, टीकमगढ़ के बान सुजारा डैम, दमोह के सतधरू डैम, मंडला के थावर डैम और सिवनी के भीमगढ़ डैम से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।
मौसम विभाग ने सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं अनुपपुर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा और पांर्ढुणा में अति भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, विदिशा, शाजापुर सहित कई जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।