भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र राज्यपाल मंगुभाई पटेल के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस विधायकों ने काले नकाब पहनकर और तख्तियां लेकर विरोध जताया। उन्होंने सत्र की अवधि बढ़ाने और सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया।
विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायकों ने गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया और जनहित के मुद्दों पर चर्चा की मांग उठाई। सत्र के दौरान 11 मार्च को आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया गया, जबकि 12 मार्च को वित्त वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया जाएगा, जो चार लाख करोड़ रुपये से अधिक हो सकता है। सरकार का मुख्य ध्यान गांव, गरीब, युवा, महिला और किसान वर्ग पर रहेगा।
इस 15 दिवसीय सत्र में नौ बैठकें होंगी, और द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा, जो 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। इस बार बजट पुस्तिका के साथ क्यूआर कोड भी जारी किया जाएगा, जिससे बजट का पूरा ब्योरा मोबाइल पर देखा जा सकेगा।
विपक्ष भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महंगाई और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। वहीं, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के विवादित बयान पर भी कांग्रेस सरकार से सफाई मांगेगी।