उज्जैन। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में लंबे समय से प्रतीक्षित शासकीय मेडिकल कॉलेज के निर्माण का सपना अब साकार होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 21 नवंबर को मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। इस प्रोजेक्ट को सिंहस्थ 2028 से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि भूमि पूजन कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इसमें जनता, युवाओं और छात्रों को आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम का संदेश शहर के प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा।
भूमि पूजन के पहले संगोष्ठियां और रैलियां आयोजित की जाएंगी। 20 नवंबर को एक बड़ी बाइक रैली का भी आयोजन किया जाएगा।
सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 592.33 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। यह कॉलेज 600 बेड के आधुनिक अस्पताल के साथ बनेगा, जिसमें जी+13 मंजिल की इमारत होगी। इसके अलावा, 150 सीटों वाले 9 मंजिला कॉलेज भवन का भी निर्माण किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं
- सभी मॉडर्न उपकरणों से लैस अस्पताल।
- टेलीमेडिसिन सुविधा से अंतरराष्ट्रीय डॉक्टरों का परामर्श।
- 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं।
- विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता।
- बालक-बालिका छात्रावास, नर्स छात्रावास और रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए आवास।
मेडिकल कॉलेज का निर्माण जिला चिकित्सालय परिसर और राजे परिसर के पुराने भवनों को तोड़कर किया जाएगा। इसमें तीन 13 मंजिला और दो 10 मंजिला भवन भी बनाए जाएंगे। उज्जैन में सरकारी मेडिकल कॉलेज की मांग लंबे समय से हो रही थी। हालांकि भूमि चयन और अन्य मुद्दों के कारण यह परियोजना अटकी हुई थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि सिंहस्थ 2028 से पहले यह मेडिकल कॉलेज पूरी तरह कार्यरत हो जाएगा। वर्तमान में उज्जैन में केवल एक निजी मेडिकल कॉलेज है, जिससे सरकारी कॉलेज का निर्माण यहां की जनता के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा।
उज्जैन को बड़ी सौगात: मोहन यादव करेंगे मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन, सिंहस्थ 2028 से पहले शुरू होगा निर्माण