रीवा। जिले के चोरहटा स्थित गुरुकुल आवासीय विद्यालय में शनिवार को जिला प्रशासन एवं शिक्षा विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही करके स्कूल के डायरेक्टर का चैंबर एवं स्टोर रूम को सील कर दिया है। जानकारी के तहत गुरुकुल स्कूल में शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। इसकी शिकायत मिलने पर रीवा कलेक्टर के निर्देष पर रीवा जिला शिक्षा अधिकारी एवं तहसीलदार व पुलिस टीम स्कूल में पहुच कर जांच की है।
यह था मामला
जिला शिक्षा अधिकारी सुदामा गुप्ता ने की गई जांच कार्यवाही के संबंध में जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि गुरुकुल स्कूल प्रबंधन स्कूल में ही बच्चों को यूनिफॉर्म एवं पुस्तक आदि बिक्री कर रहा था। इसकी शिकायत प्राप्त होने पर रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल के निर्देश पर जांच की गई है। जहां स्कूल के अंदर बच्चों को यूनिफॉर्म एवं पुस्तक आदि बिक्री किया जाना सामने आया है और इस पर स्टोर रूम एवं डायरेक्टर का चैंबर सील किया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
शासन के नियम की अनदेखी
दरअसल मध्य प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि स्कूल प्रबंधन बच्चों के पेरेंट्स को यह मजबूर नहीं कर सकता है कि वह निर्धारित स्थान पर ही यूनिफॉर्म एवं पुस्तक आदि की खरीदी करें। पेरेंट्स इसके लिए स्वतंत्र होंगे कि वे यूनिफॉर्म पुस्तक आदि बच्चों के लिए अपने मनपसंद जगह से खरीद सकें। इसके बाद भी निजी स्कूल संचालकों न सिर्फ अपने स्कूल में बल्कि निश्चित दुकानों में पेरेंट्स को पुस्तक यूनिफॉर्म आदि खरीदने के लिए मजबूर कर रहे हैं। जिस पर प्रशासन एक्शन ले रहा है। इतना ही नहीं निजी स्कूल संचालक अब मनमानी फीस भी नहीं बढ़ा सकते और अगर फीस बढ़ाई गई है तो उन्हें बच्चों की अगली फीस में सामायोजित करनी होगी।