रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर गुरुवार सुबह गंगालूर थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन में 18 नक्सली मारे गए, जबकि एक जवान बलिदान हो गया। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है और मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है।
आपको बता दें कि कांकेर-नारायणपुर सीमा पर भी सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की, जहां डीआरजी और बीएसएफ की संयुक्त टीम ने 4 नक्सलियों को मार गिराया। इस दौरान मौके से ऑटोमैटिक हथियार और अन्य सामान बरामद हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन को ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की ‘रुथलेस अप्रोच’ और जीरो टॉलरेंस नीति के तहत नक्सलवाद को जड़ से खत्म किया जा रहा है। शाह ने दावा किया कि “31 मार्च 2026 तक देश नक्सलमुक्त हो जाएगा।”
कैंप खुलने से सिकुड़ा नक्सलियों का गढ़
गंगालूर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के कैंप खुलने से नक्सलियों का गढ़ काफी हद तक सीमित हो गया है। अंडरी, मिरगान घोटुल, डोडी तुमनार, गमपुर जैसे गांव जो कभी नक्सलियों की सुरक्षित जगह माने जाते थे, अब सुरक्षाबलों के नियंत्रण में हैं। पूरे इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है और सर्च अभियान जारी है।