छत्तीसगढ़। लंबी एवं प्रभावशील यात्रा के लिए पहचाने जाने वाला व्हिंब्रेल पंक्षी यूं तो मूलत उत्तरी अमेरिका और उत्तरी यूरोप में पाया जाता है और यह पंछी छत्तीसगढ़ के जलाशयों में इन दिनों देखा गया है। खास बात यह है कि यह पंछी जीपीएस से लैंस है और छत्तीसगढ़ के जलाशय में पहली बार जीपीएस लैस प्रवासी पंछी नजर आया है।
अफ्रीका का रहने वाला है यह विदेशी मेहमान
खबरों के तहत छत्तीसगढ़ के जलाशय में जीपीएस से लैस देखा गया यह विदेशी मेहमान व्हिंब्रेल बर्ड को जो टैग लगा है उससे पता चलता है कि यह पूर्वी अफ्रीका के मेडागास्कर के दीप क्षेत्र से आया हुआ है। अफ्रीका का रहने वाला यह विदेशी पंछी काफी धैर्यवान होता है। बताया जाता है कि यह पंक्षी कई महासागर और महाद्वीपों को पार करने में माहिर है। यह 6000 किलोमीटर तक की उड़ान भरने में सक्षम है।
जलाशय के कीड़े मकोड़े होते हैं इसके आहार
इस विदेशी पंछी की चोंच नुकीली और घुमावदार होती है। जिससे वह अपने भोजन की व्यवस्था बनता है। नुकीले चोंच वाला पंछी होने के चलते यह जलाशय के आसपास पाए जाने वाले कीड़े मकोड़ों को अपना आहार बनता है। बताया जाता है कि पंछी के संरक्षण के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बताते हैं कि प्रवासी पंछियों पर ट्रैकिंग से जलवायु परिवर्तन पर रिसर्च करने में मदद मिलती है।